Raja Raghuvanshi Murder News: सोनम की एक एक साजिश का टेप आ गया | Sonam

सोनम रघुवंशी और एक खतरनाक मोहब्बत

सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी—दोनों की शादी हुई। शुरुआत में सब कुछ ठीक लग रहा था, लेकिन शादी के कुछ ही दिनों के भीतर एक बड़ा मोड़ आया।

राज कुशवाहा नाम का एक युवक सोनम की जिंदगी में आ गया। वह रात को चुपचाप उसके संपर्क में आने लगा और धीरे-धीरे उसे चाहने लगा। शुरुआत में सोनम ने उसे अनदेखा किया, क्योंकि वह स्वभाव से गुस्सैल और दबंग थी। लोग उससे डरते थे। लेकिन धीरे-धीरे वही राज कुशवाहा उसे अच्छा लगने लगा और वह भी उससे प्यार करने लगी।


मनाली की भागदौड़ और पुलिस की चूक

शादी को दस दिन भी नहीं हुए थे कि सोनम और राज ने एक प्लान बना लिया—मनाली भाग जाने का। सोनम बिना किसी को बताए खुद ही निकल गई, क्योंकि उसे अंदाज़ा था कि अगर पुलिस को ज़रा भी भनक लग गई तो वह फंस जाएगी।

कई दिनों तक वह इंदौर में छुपी रही। लगभग 14–15 दिन तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई कि वह कहां है। बाद में खबर मिली कि वह शहर से बाहर निकल गई थी।


एक हत्या और उसकी गिरफ्तारी

अब कहानी में एक नया मोड़ आता है। राजा रघुवंशी की हत्या कर दी जाती है। और ये हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसी राज कुशवाहा ने की, जिससे सोनम प्यार करती थी।

राज कुशवाहा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जब उसे पकड़ा गया, तब उसने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया। उसने यह भी कबूला कि इस हत्या में उसके एक दोस्त ने भी उसका साथ दिया था और सोनम ने इसके लिए पैसे तक दिए थे।


परिवार का टूटना और दर्द

इस हादसे से पूरा परिवार टूट गया। सोनम की दादी को जब यह पता चला कि उनकी पोती और उसका प्रेमी इस जुर्म में शामिल हैं, तो उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और उनकी मृत्यु हो गई।

परिवार का कहना था कि राज निर्दोष है और किसी ने उसे फँसाया है। दादी हमेशा कहती थीं कि “मेरा पोता ऐसा काम कर ही नहीं सकता।”


टूट गया प्यार, बर्बाद हुई ज़िंदगी

पुलिस को सबूत मिल चुके थे—पैसे का लेन-देन, हत्या की प्लानिंग और उसका क्रियान्वयन। अब कहानी में सबसे बड़ा ट्विस्ट आया: दोनों—सोनम और राज—जेल में पहुंच गए। वो भी अलग-अलग जेलों में। अब न वे मिल सकते थे, न प्यार कर सकते थे।


प्यार नहीं, पागलपन था ये

सोचो कैसी हालत हो गई होगी दोनों की। यह प्यार नहीं था, यह जुनून था, जो जानलेवा बन गया। अगर सच में सोनम को राज से प्यार था, तो वह राजा रघुवंशी को छोड़कर उससे शादी कर सकती थी। भागकर शादी करने से किसी को कोई दिक्कत नहीं होती।

लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने हत्या कर दी। राजा रघुवंशी की जिंदगी, उसके सपने, उसका पूरा परिवार—सब बर्बाद हो गया। उसका क्या कसूर था?


एक मां की ममता और बेटे का दुखद अंत

एक मां ने नौ महीने पेट में रखा, सालों पाला, और उसका इकलौता बेटा एक सेकंड में खत्म कर दिया गया। मां-बाप की सारी उम्मीदें उसी बेटे से थीं, और वह भी उनसे छिन गया।


निष्कर्ष – ऐसा प्यार नहीं चाहिए दुनिया को

प्यार वह होता है जिसमें त्याग हो, विश्वास हो, जीवन संवारने की भावना हो। अगर किसी को प्यार में मारना पड़े, किसी की जिंदगी तबाह करनी पड़े—तो वो प्यार नहीं, पागलपन और अपराध है।

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