लव मैरिज के एक साल बाद युवकआकाश ने किया सुसाइड:सोने का कहकर कमरे में गई फिर लगा ली फांसी

 कैसे हो गया इतना भयानक हादसा?
आगे जो घटना सामने आई है, वह बहुत ही भयंकर है। देखकर कोई भी बोलेगा – यह कैसे हो सकता है? लेकिन यही जिंदगी की हकीकत है। यहां पर एक लड़के की कहानी है – आकाश की।

 आकाश और उसका प्यार
आकाश एक फैक्ट्री में काम करता था। काम करते-करते उसे एक कॉलोनी की लड़की पसंद आ गई। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार हो गया और फिर उन्होंने शादी कर ली। शादी के बाद उनका रिश्ता सही चल रहा था, दोनों खुश थे।

 ससुराल पक्ष की नाराजगी
लेकिन आकाश के ससुराल वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। लड़की का भाई और उसके माता-पिता इस बात से बेहद नाराज़ हो गए। वे लड़की को अपने घर वापस ले गए और जब आकाश उसे वापस लेने गया, तो उन्होंने उसे बंद कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ जमकर मारपीट की।

 प्रताड़ना से टूटा आकाश
इस घटना के बाद आकाश मानसिक रूप से टूट गया। उसे लगा कि उसने कोई गलती नहीं की थी – उसने सिर्फ प्यार किया, शादी की, किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा। लेकिन ससुराल वालों की प्रताड़ना से वह अंदर से टूट चुका था।

 आत्महत्या की त्रासदी
आख़िरकार, आकाश ने खुद को एक कमरे में बंद किया और पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन बाद में लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि ससुराल पक्ष के लोग आकाश को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उसे डर लगने लगा था, शर्मिंदगी महसूस होने लगी थी और उसी स्थिति में उसने यह कदम उठाया।

अधूरा मिलन, अधूरी कहानी
जब दो लोग एक-दूसरे से प्यार करते हैं, तो वह मिलन बहुत महत्वपूर्ण होता है। लड़की के बिना वह मिलन अधूरा रह जाता है। यहां भी कुछ ऐसा ही हुआ – उनका प्यार, उनका रिश्ता अधूरा रह गया। इस अधूरेपन ने एक ज़िंदगी छीन ली।

 परिवार का क्रोध और पछतावा
जब यह सब हुआ, तो आकाश की बहन और उसके पिता को बेहद गुस्सा आया। उनका कहना था कि उनके बेटे की जान उन ससुराल वालों की वजह से गई है। उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन अफसोस की बात यह थी कि बेटा तो वापस नहीं आ सकता था।

 पुलिस कार्रवाई और केस दर्ज
इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आकाश को किसने मारा, क्यों मारा, और ससुराल पक्ष में कौन-कौन शामिल था। सवाल यह भी है – क्या शादी करना गुनाह है? क्या दो लोगों का प्रेम इतना खतरनाक हो सकता है कि जान ले ले?

क्रोध और अस्वीकार्यता का नतीजा
ससुराल पक्ष को आकाश को अपनाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पहले ही बहुत भयंकर क्रोध दिखाया। उनका यह गुस्सा इतना आग-बबूला था कि उन्होंने इंसानियत की सारी सीमाएं पार कर दीं।

 क्रोध में खोई मानवता
क्रोध कभी-कभी इतना भयानक होता है कि इंसान खुद को भी नहीं पहचान पाता। यही हुआ इस केस में – एक मासूम जान सिर्फ इसलिए चली गई क्योंकि कुछ लोगों को यह रिश्ता स्वीकार नहीं था।

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