अहमदाबाद विमान हादसा: एक भयावह त्रासदी
अहमदाबाद में एक भयानक विमान हादसा हुआ। यह प्लेन एयर इंडिया का था, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। लेकिन उड़ान भरने के पांच मिनट के भीतर ही वह विमान एक मेडिकल हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया।
उस मेडिकल हॉस्टल में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे कुछ छात्र रह रहे थे। हादसे के समय वे लंच कर रहे थे। जैसे ही प्लेन बिल्डिंग की छत से टकराया, भयंकर आग लग गई और पूरा इलाका धुएं से भर गया। इस दुर्घटना में कई छात्र भी मारे गए।
एकमात्र जीवित यात्री
विमान में कुल 241 यात्री सवार थे। सभी की मौत हो गई, सिर्फ एक व्यक्ति बच पाया। वह व्यक्ति बिजनेस क्लास की 11A सीट पर बैठा था। हादसे के समय उसने आपातकालीन गेट से छलांग लगा दी। सौभाग्य से वह गंभीर रूप से घायल जरूर हुआ लेकिन उसकी जान बच गई। उसके कपड़े खून से सने थे और वह लड़खड़ाते हुए चल रहा था, मगर होश में था।
तबाही का मंजर
टक्कर के बाद विमान के टुकड़े-टुकड़े हो गए। कुछ टुकड़े हॉस्टल की छत पर जा गिरे और एक टायर तो सीधे मेडिकल हॉस्टल की छत पर आ गिरा। विमान में लगी आग इतनी भीषण थी कि पूरा क्षेत्र काला पड़ गया। इंसानों की पहचान कर पाना मुश्किल हो गया। शव इतने जले हुए थे कि पहचान पाना असंभव था।
पूर्व मुख्यमंत्री की मौत की आशंका
इस हादसे में एक बड़ा नाम भी जुड़ा है — ऐसा कहा जा रहा है कि विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। उनका परिवार अब तक उनसे संपर्क नहीं कर पाया है। उनकी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
सरकारी प्रतिक्रिया और राहत कार्य
वहां के स्थानीय लोगों ने हादसे के बाद तुरंत प्रतिक्रिया दी। कुछ लोग घायलों को रिक्शा में अस्पताल तक ले गए। प्रशासन ने तुरंत इमरजेंसी घोषित कर दी। हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 241 यात्रियों की जानें जा चुकी थीं।
निष्कर्ष
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं था, यह मानवता पर एक बड़ा आघात था। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी त्रुटियों की जांच अत्यंत आवश्यक है। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की कहानी एक चमत्कार से कम नहीं है।